सार
सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने हिंसक प्रदर्शनकारियों के खिलाफ यूपी पुलिस की कार्रवाई पर सवाल खड़ा करते हुए प्रदेश सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने ट्वीट कर कहा है कि ये कहां का इंसाफ है कि जिसकी वजह से देश में हालात बिगड़े और दुनिया भर में सख्त प्रतिक्रिया हुई वो सुरक्षा के घेरे में हैं और शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों को बिना वैधानिक जांच पड़ताल बुलडोजर से सजा दी जा रही है।
Prophet Muhammad Row protest: प्रयागराज हिंसा के आरोपी मोहम्मद जावेद के घर को योगी की पुलिस ने बुलडोजर से तोड़ दिया है। इस बुलडोजर की कार्रवाई से सपा प्रमुख खफा दिख रहे हैं। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि यह किस तरह का न्याय है? क्या कानून इसकी इजाजत देता है? वहीं कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा है कि पीएम मोदी को इस्लामोफोबिया के मामले बढ़ने पर अपनी चुप्पी तोड़नी चाहिए।
नूपुर शर्मा की गिरफ्तारी की मांग को लेकर देश में कई हिस्से में हो रहा प्रदर्शन शुक्रवार और शनिवार को हिंसक हो उठा। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर जमकर पत्थरबाजी की और जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने लाठीचार्ज, आंसू गैस के गोले और फायरिंग का भी उपयोग किया है। हिंसा को शांत करने के बाद पुलिस अब उपद्रवियों को गिरफ्तार करने और उनके खिलाफ कार्रवाई करने में जुटी है।
यूपी- यूपी के प्रयागराज में सबसे ज्यादा इस मामले को लेकर हिंसा हुई थी। इस मामले में अब मुख्य आरोपी के खिलाफ योगी सरकार बुलडोजर एक्शन कर रही है। मुख्य आरोपी मुहम्मद जावेद उर्फ जावेद पंप के घर को बुलडोर से गिराया जा रहा है। यूपी में अबतक हिंसा को लेकर 300 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
अपर पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने बताया- “राज्य के आठ जिलों से 304 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और इस संबंध में नौ जिलों में 13 प्राथमिकियां दर्ज की गई हैं। प्रयागराज में 91, सहारनपुर में 71, हाथरस में 51,अंबेडकर नगर और मुरादाबाद में 34-34, फिरोजाबाद में 15, अलीगढ़ में छह और जालौन में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है।”
ये कहाँ का इंसाफ़ है कि जिसकी वजह से देश में हालात बिगड़े और दुनिया भर में सख़्त प्रतिक्रिया हुई वो सुरक्षा के घेरे में हैं और शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों को बिना वैधानिक जाँच पड़ताल बुलडोज़र से सज़ा दी जा रही है।
इसकी अनुमति न हमारी संस्कृति देती है, न धर्म, न विधान, न संविधान। pic.twitter.com/DwnSfNXCnf
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) June 12, 2022
झारखंड- रांची में शुक्रवार को भड़की हिंसा के बाद रविवार को तनाव बरकरार है। हालांकि यहां अब इंटरनेट सेवा बहाल कर दी गई है। तनाव को देखते हुए रांची और आसपास के इलाकों में सुरक्षा बलों की तैनाती आज भी जारी है। कई इलाकों में कर्फ्यू भी लगा हुआ है। हिंसा को लेकर पुलिस ने पांच हजार अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। इसमें दो दर्जन नामजद आरोपी हैं। इस हिंसा में कई लोग घायल हो गए थे और दो की मौत हो गई थी।
दिल्ली- शुक्रवार को दिल्ली के जामा मस्जिद के पास भी नमाज के बाद विरोध-प्रदर्शन हुआ था। यह प्रदर्शन बिना प्रशासन की अनुमति के किया गया था। इस मामले में पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है। वहीं जामा मस्जिद के शाही इमाम का कहना है उन्हें इस प्रदर्शन के बारे में जानकारी नहीं थी। मस्जिद की ओर से किसी को भी नहीं बुलाया गया था। ऐसे लोगों के खिलाफ पुलिस सख्त कार्रवाई करे।
अखिलेश यादव ने जो वीडियो शेयर किया है उसमे देखा जा सकता है कि पुलिसकर्मी थाने के भीतर लोगों को लाठी से पिटाई कर रहा है। वीडियो को शेयर करते हुए अखिलेश यादव ने लिखा ‘उठने चाहिए ऐसी हवालात पर सवालात, नहीं तो इंसाफ खो देगा अपना इकबाल।’ उन्होंने आगे लिखा, ‘यूपी हिरासत में मौतों के मामले में नंबर- 1, यूपी मानवाधिकार हनन में अव्वल, यूपी दलित उत्पीड़न में सबसे आगे। इससे पहले एक ट्वीट में अखिलेश यादव ने लिखा था, वक्त रहते हुए ही उठाए कदम, भर देते हैं गहरे से गहरे जख्म।