सार
भाजपा ने अभद्रता करने वाले पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की मांग की। काफी हंगामे के बाद थाने पहुंचे सीओ सिविल लाइन देवेश कुमार ने भी समझाने का प्रयास किया। इसी दौरान भाजपाइयों ने थाने के बाहर एक बैनर लगा दिया।
स्टोरी हाइलाइट्स
पुलिस ने कहा- पोस्टर लगाने वालों की जांच कर होगी कार्रवाई
दुकान को खाली कराने के विवाद में थाने पहुंचे थे लोग
मेरठ (Meerut) के मेडिकल थाने के बाहर लगा एक पोस्टर सोशल मीडिया (Social Media) पर तेजी से वायरल हो रहा है. इस पोस्टर पर लिखा है कि बीजेपी (BJP) कार्यकर्ताओं का थाने में आना मना है. थाना प्रभारी संतशरण सिंह ने थाने के बाहर ये पोस्टर के कारण थाने के भीतर बीजेपी कार्यकर्ताओं का जोरदार हंगामा भी चला और नाराज बीजेपी कार्यकर्ता थाने में ही धरना देकर बैठ गए. पुलिस पर अभद्रता का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग करने लगे और उन्होंने काफी देर हंगामा किया.
जानें क्या है पूरा मामला
कार्यकर्ताओं ने ही लगाया था बैनर
मिली जानकारी के मुताबिक मेडिकल थाने पर टंगा बैनर और किसी ने नहीं बल्कि खुद भाजपा कार्यकर्ताओं ने लगवाया था. बीजेपी कार्यकर्ताओं ने थानेदार संत शरण सिंह के खिलाफ नारेबाजी भी की. बाद में अधिकारियों के दखल के बाद थाने की दीवार से विवादास्पद बैनर हटवाया. बीजेपी कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार दोपहर मेडिकल थाने में करीब तीन घंटे तक हंगामा किया. दरअसल भाजपाई एक विधवा की दुकान पर अवैध कब्जा हटवाने की मांग लेकर पहुंचे थे. उनका आरोप था कि थाना प्रभारी ने भाजपाइयों को बाहर जाने को कहा, इसके बाद कार्यकर्ताओं ने थाने के गेट पर बैनर लगाकर धरना प्रदर्शन किया. बैनर पर लिखा गया- ‘भाजपा कार्यकर्ताओं का थाने में आना मना है’
क्या बोली पुलिस?
इस मामले में बीजेपी कार्यकर्ता पहुंचे थे तो इसी को लेकर हंगामा हो गया. खूब हंगामा चला, धरना भी दिया गया और पुलिस से नोकझोंक भी हुई. सीओ सिविल लाइन देवेश सिंह के समझाने पर भी बीजेपी कार्यकर्ता नहीं माने और हंगामा बढ़ गया. काफी समझाने के बाद मामला शांत हुआ. अब बाहर लगे पोस्टर को हटाया गया और जांच की तो पता चला कि पोस्टर बीजेपी के ही कुछ लोगों ने लगाया है. इसमें कुछ असामाजिक तत्व भी शामिल हो गए. कुछ लोग ऐसे भी थे जिनपर मुकद्दमे भी दर्ज हैं.
पुलिस ने इस मामले में सख्त एक्शन की तैयारी कर ली है. कुछ आरोपियों की पहचान भी कर ली है, जिनकी जल्द गिरफ्तारी होगी. जिस प्रिंटिंग प्रेस पर ये छपा उसके खिलाफ भी एक्शन होगा. एसपी सिटी का कहना है कि पुलिस की छवि धूमिल करने के उद्देश्य से ये पोस्टर लगाया गया और सख्त एक्शन होगा.
थाना मेडिकल पर हंगामा करने एवं आपत्तिजनक बैनर लगाने के सम्बन्ध में अ0सं0 212/22 धारा 147/352/353/505(2) भादवि तथा 7 CLA Act में वीडियो फुटेज के आधार पर चिन्हित 1.शम्भू पहलवान उर्फ प्रशान्त कौशिक 2.सागर पोसवाल 3.कुलदीप मसूरी 4.अंकुर चौधरी 5.अमित भड़ाना 6.अमर शर्मा को गिरफ्तार किया pic.twitter.com/xIkRKbnoSj
— MEERUT POLICE (@meerutpolice) May 28, 2022
पोस्टर लगाने वालों पर होगा एक्शन
मामले को लेकर एसपी ने कहा कि वीडियो से प्रमाणित होता है कि पुलिस की छवि को धूमिल करने के उद्देश्य से कुछ लोग पोस्टर लेकर थाने आए और उनके द्वारा ही ऐसा काम किया गया। मामले में पूरे प्रकरण की जांच की जा रही है। जल्द ही पोस्टर कहां छपा और यहां कैसे आया इस पूरी बात का खुलासा किया जाएगा। उसके बाद नियमानुसार कार्रवाई होगी।
अखिलेश यादव ने ली चुटकी
वहीं इस पोस्टर को लेकर पूर्व सीएम और समाजवादी पार्टी के चीफ अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर तीखा तंज कसा। उन्होंने लिखा कि ऐसा पहली बार हुआ है जब 5-6 सालों में सत्तापक्ष के लोगों का थाने आना मना हुआ। ये है उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार का इकबाल बुलंद।