सार
झारखंड के सराईकेला में झामुमो विधायक दशरथ गागराई के साथ शिलान्यास कार्यक्रम में हाथापाई की गई है. शिलान्यास कार्यक्रम को रद्द करने की मांग के दौरान यह घटना हुई है.
सरायकेला: जिला के खरसावां विधानसभा के टेंटपोशी के कालिया डुंगरी में अजीबोगरीब स्थिति उत्पन्न हो गई. जहां सड़क के शिलान्यास कार्यक्रम को लेकर पहुंचे झामुमो विधायक दशरथ गागराई को भाजपा नेताओं एवं ग्रामीणों का भारी विरोध झेलना पड़ा. शिलापट्ट को लेकर विवाद में हंगामा इतना बढ़ा कि विधायक के साथ धक्का-मुक्की की नौबत आ गयी. हालांकि किसी तरह से बीच-बचाव कर मामले को शांत कराया गया.
दरअसल इलाके के भाजपा नेता और कार्यकर्ता इस बात को लेकर आक्रोशित थे कि राज्य के तीन बार मुख्यमंत्री रहे वर्तमान में केंद्रीय मंत्री और स्थानीय सांसद होने के नाते अर्जुन मुंडा का नाम शिलापट्ट में सही तरीके से नहीं लिखा गया था. इसको लेकर भाजपा कार्यकर्ताओं ने शिलापट्ट का अनावरण करने से विधायक को रोका, मगर विधायक ने ऐसा करने से मना कर दिया. घटना को लेकर बताया जा रहा है कि विधायक दशरथ गागराई ने केंद्रीय मंत्री के विरोध में अनर्गल बयानबाजी भी की, जिससे भाजपा कार्यकर्ता आक्रोशित हो उठे.
इसके बाद भाजपा नेता और कार्यकर्ताओं के साथ ग्रामीण भी विधायक के बयान से खासे नाराज हो गए और विधायक का विरोध शुरू (clash between JMM and BJP workers) कर दिया. तीखी बहस होते-होते मामला हाथापाई तक जा पहुंचा. दोनों ओर से धक्का-मुक्की होने लगी देखते ही देखते कार्यक्रम स्थल अखाड़े में तब्दील होता दिखा, विधायक के साथ मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने किसी तरह मामले को शांत कराया. लेकिन उसके बाद आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है. फिलहाल शिलान्यास कार्यक्रम में हंगामा होने को लेकर किसी तरफ से भी मामला दर्ज नहीं कराया गया है.
बीजेपी कार्य़कर्ताओं ने किया यह दावा
उधर, बीजेपी कार्यकर्ताओं ने बताया कि इस सड़क की लागत की राशि भी शीलापट पर अंकित नहीं है. विधायक सिर्फ टेंडर मैनेज का काम करते हैं. आम लोगों के सवालों पर भी दादागिरी दिखाते हैं. वहीं विधायक के साथ आए लोगों ने कहा कि यह सड़क बीते 15 साल से जर्जर स्थिति में है जिसे बनवाने का प्रयास स्थानीय विधायक के द्वारा किया जा रहा है. जब विधायक से पत्रकारों ने पूछा कि धक्का-मुक्की क्यों हुई? तो पूरा मामला विधायक छुपाने का प्रयास करते देखे गए और उन्होंने कहा कि ऐसा कुछ भी नहीं हुआ है लेकिन सारी सच्चाई कैमरे में कैद हो गई.
आनन-फानन में विधायक ने किया शिलान्यास
इस दौरान अभिषेक आचार्या ने पूरे कार्यक्रम को रद्द कर दोबारा शिलापट बनवाने की बात कही. समर्थकों के साथ आए स्थानीय विधायक दशरथ गागराई को यह बात अपमानजनक लगी और उन्होंने आनन-फानन में शिलापट से पर्दा हटा कर सड़क निर्माण कार्यक्रम का शिलान्यास कर दिया. शिलापट के सामने भाजयुमो अध्यक्ष खड़ा खड़े हो गए और अपना विरोध दर्ज करने लगे, जिसे विधायक ने धक्का देकर मौके से हटाने का प्रयास किया. जिसके बाद बीजेपी और झामुमो कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए. मामला इतना बढ़ गया कि बीजेपी कार्यकर्ताओं ने विधायक पर हमला बोल दिया जिन्सहें मर्थकों और अंगरक्षकों ने दूर करने का प्रयास किया. इस दौरान दोनों तरफ से जुबानी जंग तेज हो गई.