NIA ने 15 राज्यों में 22 सितंबर को PFI के ठिकानों पर रेड की थी। राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने मध्यप्रदेश से भी चार संदिग्धों को उठाया है। इसके बाद से ही MP की सियासत भी गरमाई हुई है। शनिवार को दिग्विजय सिंह ने RSS और विश्व हिंदू परिषद की तुलना PFI से की थी।
आरएसएस की तुलना पीएफआई से करने पर दिग्विजय सिंह को शर्म आनी चाहिए, सुशील कुमार मोदी ने कहा, दिग्विजय सिंह ने हमेशा आतंकवादियों का समर्थन किया है। वे बाटला हाउस के आतंकवादियों के समर्थक थे। आज उनकी हालत ऐसी है कि वह 20 साल बाद भी मध्य प्रदेश में सत्ता में नहीं आ पाए हैं।
आरएसएस की देशभक्ति निर्विवाद
भाजपा नेता ने कहा, वह उस आरएसएस की पीएफआई से तुलना कर रहे हैं, जिसकी देशभक्ति निर्विवाद है। उन्होंने कहा, दिग्विजय सिंह ऐसे संगठन का समर्थन कर रहे हैं, जो पीएम मोदी की हत्या की साजिश रच रहा था और भारत को इस्लामी राष्ट्र बनाना चाहता था।
क्या कहा था दिग्विजय सिंह ने?
दिग्विजय सिंह शनिवार को ग्वालियर में थे। वे नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह के साथ पत्रकारों से चर्चा कर रहे थे। जब उनसे पीएफआई पर कार्रवाई से जुड़ा सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि जो नफरत फैलाए, धार्मिक उन्माद फैलाए और हिंसा का माहौल बनाए ऐसे सभी संगठनों पर कार्रवाई होना चाहिए। इनके खिलाफ कार्रवाई हो रही है तो संघ के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं हो रही है। विश्व हिंदू परिषद पर कार्रवाई क्यों नहीं हो रही है, उन पर भी कार्रवाई होना चाहिए। जो नफरत फैलाता है वे एक ही थाली के चट्टे-बट्टे हैं।