उत्तर प्रदेश के गजियाबाद में एक डॉक्टर को हिंदू संगठन के लिए काम करने पर जान से मारने की धमकी देने का मामले का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। जांच में ये बात सामने आई है लोकप्रियता पाने के लिए डॉक्टर ने सर तन से जुदा की धमकी की फर्जी सूचना दी थी। साइबर सेल की जांच में मामला फर्जी पाया गया है। वहीं नंबर को मैनिपुलेट कर कॉल करने वाले युवक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
दरअसल डॉक्टर ने बताया था कि दो सितंबर को उनको उसी नंबर से फिर दोबारा व्हाट्सएप कॉल आई। फोन करने वाले ने उन्हें धमकी देते हुए कहा कि, तू हिंदू संगठनों से जुड़ कर उनके लिए बहुत काम करता है। इसलिए अब तेरा सिर तन से जुदा किया जाएगा। क्योंकि गुस्ताखे रसूल की यही एक सजा है। फोन करने वाले ने बताया कि, तेरी रेकी हो गई है।
‘पीएम मोदी- सीएम योगी भी नहीं बचा पाएंगे’
शिकायतकर्ता ने बताया था कि सात सितंबर को उसी मोबाइल नंबर से एक बार फिर फोन आया जिसमें कॉल करने वाले ने धमकी दी कि अगर वह हिंदू संगठनों के लिए काम करना बंद नहीं करते हैं तो उनका सिर कलम कर दिया जाएगा और उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और नरसिंहानंद सरस्वती भी नहीं बचा पाएंगे। लेकिन सात सितंबर को एक बार फिर उसी नंबर से कॉल आई और व्हाट्सएप पर तीन फोटो भी भेजे गए।
SP बोले- डॉक्टर ने सस्ती लोकप्रियता के लिए फैलाया झूठ
SP सिटी निपुण अग्रवाल ने बताया, दो अक्तूबर को अनीश ने इंटरनेट से जेनरेट किए वर्चुअल नंबर (यूएस कोड नंबर) से डॉक्टर अरविंद को वॉट्सएप पर अपने सूजे हुए पैर के तीन फोटो भेजे और वॉट्सएप कॉल पर ही उन्हें सारी समस्या बताई थी।
SP सिटी का दावा है कि डॉक्टर ने सस्ती लोकप्रियता पाने के लिए सूजे हुए फोटो को कटा हुआ बता दिया और मरीज के नंबर को थ्रेट कॉल बताते हुए खबर फैला दी। इसलिए अब डॉक्टर अरविंद के विरुद्ध झूठी सूचना देने के आरोप में कार्रवाई की जा रही है।
डॉक्टर के खिलाफ होगी कार्रवाई
इंटरनेट से वर्चुअल नम्बर का इस्तेमाल करने वाले अपने एक जानकार से व्हाट्सएप कॉल पर हुई बातचीत को आधार बनाया था। अब पुलिस का कहना है कि वो डॉक्टर के खिलाफ तहत कार्रवाई करेगी।
पुलिस की तीन टीमों को मिली सफलता
SP सिटी निपुण अग्रवाल ने बताया, हमने इस केस को गंभीरता से लेते हुए जांच-पड़ताल शुरू की। इस केस के खुलासे में साइबर सेल, सिहानी गेट पुलिस और एसपी सिटी की एसओजी टीम को लगाया गया। आखिरकार रविवार को बड़ी सफलता मिली।
कम्प्यूटर और जावा का अच्छा जानकार है मरीज
SP सिटी ने बताया, डॉक्टर को जिस वर्चुअल नंबर से कॉल आई थी, वो नंबर अनीश कुमार महतो ने इंटरनेट से जेनरेट किया था। अनीश मूल रूप से बिहार में छपरा जिले के केवानी गांव का रहने वाला है और फिलहाल दिल्ली के मालवीय नगर में रहता है।
अनीश ने कम्प्यूटर में C प्लस कोर्स किया हुआ है और वो कम्प्यूटर प्रोग्रामिंग सॉफ्टवेयर जावा का अच्छा जानकार है। 27 अगस्त को अनीश और डॉक्टर अरविंद की मुलाकात करन चौहान के प्रतिष्ठान पर हुई थी। करन चौहान दिल्ली के गांव खिड़की में अचार का काम करते हैं।
अनीश तीन-चार साल से अस्थमा से पीड़ित है। उसने सारी दिक्कत डॉक्टर को बताई। यहां एक-दूसरे के मोबाइल नंबर शेयर हुए और फिर आगे बातचीत होती रही।