ED Jharkhand: दूध बेचने वाला बच्चू कैसे बना करोड़पति, आज लोग बुलाते बप्‍पी लहरी !

ED RAID BACHHU YADAV

सार
साहिबगंज में अवैध खनन व परिवहन की जांच कर रही ईडी रोज नए खुलासे कर रही है। फिलहाल मुख्‍यमंत्री हेमंत सोरेन के प्रेस सलाहकार अभिषेक प्रसाद से पूछताछ चल रही है। वहीं एक और शख्‍स अभी चर्चा में है वह है ईडी के हत्थे चढ़ा बच्चू यादव।

ED Jharkhand: अवैध खनन और मनी लांड्रिंग मामले की जांच कर रही ईडी की टीम ने पंकज मिश्रा के खास सहयोगी बच्चू यादव को शनिवार को छह दिनों की रिमांड पर ले लिया है। बच्चू यादव साहिबगंज के रामपुर करारा का रहने वाला है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के बरहेट विधानसभा क्षेत्र के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा का खास सहयोगी है। कभी दूध बेचने वाले बच्चू यादव का साहिबगंज के सकरीगली में अवैध तरीके से क्रशर चलता था। ईडी ने उसे जब्त कर लिया है। उसकी क्षेत्र में कुख्यात अपराधी की छवि है। पहुंच इतनी दूर तक कि सुनकर होश उड़ जाएंगे। सत्ता के गलियारों तक धमक रखने वाला बच्चू यादव इस समय सुर्खियों में है। ईडी उससे पूछताछ कर रही है।

अवैध धंधे में लेन-देन का क्या हिसाब रहा है?
ईडी की टीम ने रिमांड के पहले दिन शनिवार को बच्चू यादव के बैंकग्राउंड की जानकारी ली। यह जानने की कोशिश की कि वह पंकज मिश्रा के संपर्क में कैसे आया। अवैध धंधे में दोनों के बीच लेन-देन का क्या हिसाब है। दोनों ने मिलकर कितनी अचल संपत्ति अर्जित की है और कहां-कहां है। अवैध खनन व परिवहन का पैसा पंकज मिश्रा के अलावा और कहां-कहां देना पड़ता था। ईडी की टीम बच्चू यादव से रविवार को भी पूछताछ करेगी। पंकज मिश्रा का दूसरा बड़ा सहयोगी और बच्चू यादव का साथी दाहू यादव अब भी फरार हैं, जिसकी ईडी तलाश कर रहा है। बताया जा रहा है कि दाहू यादव की कभी भी गिरफ्तारी हो सकती है। ईडी ने दाहू यादव का मालवाहक जहाज भी जब्त किया था, जिसकी कीमत करीब 30 करोड़ रुपये बताई गई थी।

कई आपराधिक मुकदमे दर्ज
बच्‍चू यादव के खिलाफ साहिबगंज के तालझारी, मुफस्सिल सहित विभिन्न थानों में एक दर्जन से अधिक मामले दर्ज हैं। इनमें हत्या, लूट, मारपीट, आर्म्स एक्ट आदि के मामले शामिल हैं। चार भाइयों में बच्चू यादव सबसे छोटा है। सबसे बड़ा रामदरश यादव है। दूसरे स्थान पर गोवर्धन यादव, तीसरे स्थान पर छवि यादव व चौथे स्थान पर बच्चू यादव है। छवि यादव ट्रांसपोर्ट के धंधे में है तो शेष पत्थर के कारोबार में हैं। सकरी इलाके में इनकी मर्जी के बिना पत्ता भी नहीं हिलता है। सकरी गंगा किनारे है। यहां कई घाट हैं। पूर्व में बिना चालान स्टोन चिप्स को बड़े-बड़े नाव से गंगा पार पहुंचाया जाता था। बाद में जहाज के माध्यम से पहुंचाया जाने लगा।

बच्‍चू यादव के नाम से एक भी खदान नहीं, पर उसके इलाके में पुलिस की भी जाने की नहीं थी हिम्‍मत
बच्‍चू यादव की हनक का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि सकरी इलाके में छापेमारी से प्रशासनिक व पुलिस पदाधिकारी भी परहेज करते थे। वैसे बच्चू यादव के नाम से एक भी पत्थर खदान व क्रशर नहीं है। उसके पत्थर का कारोबार काला संजय व गोरा संजय नामक भांजा संभालता है। दोनों सकरी में ही रहते हैं। काला संजय मूलत: भागलपुर जिले के पीरपैंती के लकड़ाकोल का तो गोरा संजय सकरीगली का ही रहनेवाला है। बच्चू यादव के दो बेटे हैं। बड़ा बेटा रांची में रहकर पढ़ता है। वह पिछले दिनों जमशेदपुर में आयोजित भाला फेंक प्रतियोगिता में पुरस्कृत किया गया था। बच्चू यादव की छवि क्षेत्र में हीरो की है। वह शिवरात्रि के मौके पर प्रत्येक वर्ष सकरीगली में कुश्ती, घुड़सवारी सहित कई प्रतियोगिताओं का आयोजन कराता है। इसमें बिहार, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश आदि राज्यों के पहलवान जमा होते हैं। विजेताओं को पुरस्कृत भी किया जाता है।

बच्चू यादव के बारे में यह भी जान लीजिए

*मालूम हो कि गिरफ्तार बच्चू यादव की छवि अपने इलाके में अपराधी की रही है। उसके खिलाफ विभिन्न थानों में कई मामले दर्ज हैं।

*बच्चू यादव सोने का आभूषण पहनने का शौकीन है। वह आभूषण से हमेशा लदा रहता है। जेल जाने से पहले जेवर उतार कर आया था।

*बच्चू यादव हथियार का भी शौकीन रहा है। उसकी कई तस्वीरें वायरल हो रही हैं, जिसमें वह हथियार लेकर खड़ा है। लोगों से घिरा है।

*बच्चू यादव का एक वीडियो भी इस समय वायरल हो रहा है, इसमें वह एक आर्केस्ट्रा की नर्तकी के साथ मंच पर डांस कर रहा है।

*बच्चू यादव अपने इलाके में पहले दूध बेचने का काम करता था। बाद में अवैध खनन से करोड़ों रुपये कमा कर वह बड़ा आदमी बन गया।

*साहिबगंज इलाके के लोग बताते हैं कि हमेशा सोने के आभूषण से लदे होने के कारण उसे इलाके के लोग बप्पीलाहरी के नाम से बुलाते हैं।

*आपराधिक छवि होने के कारण इलाके में कोई भी उससे उलझना नहीं चाहता था। सबको पता है कि उसे सत्ता का संरक्षण प्राप्त है।

*ग्रामीणों की मानें तो उसके खिलाफ विभिन्न थानों में दर्जनों मामले दर्ज हैं। उसकी सियासी धमक के आगे कोई उसपर हाथ नहीं डालता था।

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