सार
निराश व हताश बुजुर्ग दंपती बार-बार किरायेदार से अपने ही घर के किसी कोने में सामान रखने की गुहार लगा रहे थे । वहीं बुजुर्ग दंपती के समर्थन में सोसायटी के लोग भी आगे आ गए और लोगों ने कैंडिल मार्च निकाल कर फ्लैट कब्जा करने का विरोध किया था।
ग्रेटर नोएडा के स्काई गार्डन सोसाइटी में अपने ही घर से बेघर हो गए बुजुर्ग दंपत्ति को करीब एक हफ्ते की लड़ाई के बाद अब अपना घर मिल गया है. प्रशासन की मदद मिलने के बाद इस दंपत्ति ने गुरुवार की शाम को अपने घर में प्रवेश किया और सामान भी रख लिया. ये दोनों पिछले एक हफ्ते से बिल्डिंग की सीढ़ियों पर रहने को मजबूर थे, क्योंकि किरायेदार ने इनके फ्लैट को खाली करने से इनकार कर दिया था.
जानिए क्या है पूरा मामला?
दरअसल 61 वर्षीय सुनील कुमार भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड मुंबई से रिटायर होकर ग्रेटर नोएडा में अपने फ्लैट में वापस रहने के लिए आए थे. लेकिन घर में रहने वाली महिला किरायेदार घर खाली करने को तैयार नहीं थी. जबकि उसका रेंट एग्रीमेंट खत्म हो चुका था और उसे घर खाली करने का पहले से ही नोटिस दे दिया गया था. घर खाली नहीं होने की वजह से वो दो दिन अपने रिश्तेदार के घर भी रुके लेकिन फिर भी किरायेदार ने घर खाली नहीं किया जिसके बाद उन्हें मजबूरन सीढ़ियों पर रहना पड़ा.
प्रशासन की मदद के बाद मिला घर
एक हफ्ते तक ये बुजुर्ग दंपत्ति सीढ़ियों पर ही रह रहा था, सोसाइटी के लोगों ने भी उनका साथ दिया. यही नहीं किरायेदार के खिलाफ सोसाइटी के लोगों ने कैंडल मार्च तक किया जिसके बाद इस बुजुर्ग दंपत्ति को प्रशासन की तरफ से मदद मिली. अधिकारियों ने जब ये देखा कि फ्लैट पर उनका मालिकाना हक है, महिला का रेंट एग्रीमेंट भी पहले ही खत्म हो चुका है और उसे नोटिस भी दे दिया गया था. तमाम जांच के बाद प्रशासन ने कार्रवाई की और गुरुवार देर रात दंपत्ति के सारे सामान को घर में रखवा दिया और उनके घर में एंट्री करवा दी.
हालांकि फ्लैट में अभी भी महिला किरायेदार का सामान रखा हुआ है. लेकिन महिला ने कहा है कि वो जल्द ही अपना सामान हटा लेगी.