सार
पंजाब के संगरूर के एक गांव में दो हिंदू परिवारों ने मस्जिद बनाने के लिए मुस्लिम समाज को मुफ्त में जगह दे दी. दान में जगह मिलने पर मुस्लिम समाज ने खुशी जताई है.
Communal Harmony: संगरूर के नजदीकी गांव रामपुर गुजरां में एक हिंदू परिवार ने मुस्लिम समुदाय के लोगों के लिए गांव में मस्जिद बनाने के लिए अपनी जगह दान में देकर एक मिसाल कायम की है। अभी तक गांव में मुस्लिम भाईचारे के लिए कोई मस्जिद मौजूद नहीं है। मस्जिद न होने के कारण गांव के मुस्लिम परिवार नमाज अदा करने के लिए कई किलोमीटर का सफर तय करके दिड़बा जाते हैं।
दिन में पांच समय नमाज अदा की जाती है, लेकिन मस्जिद न होने के कारण दिन में पांच बार गांव से दिड़बा व दिड़बा से गांव वापस आना संभव नहीं हो पाता। मुस्लिम परिवारों की इस मुश्किल को पक्के तौर पर हल करने के लिए मस्जिद के निर्माण से मुस्लिम भाईचारे को एक बड़ी राहत मिलेगी। गांव में आज भी अपनी भाईचारक सांझ के चलते लोग आपस में जुड़े हुए हैं व एक-दूसरे की मदद करते आए हैं।
मुस्लिम समाज की पैसे देने की बात पर हिंदू परिवारों ने ये कहा
मुस्लिम समाज की ओर से पैसे देने की बात कही गई थी लेकिन हरमेश सिंह और बलबीर सिंह कहा, ”अगर अल्लाह का घर बनाना है तो हम एक पैसा भी नहीं लेंगे, हम आपको जमीन फ्री में देंगे.” इन लोगों ने अपने परिवार में बात करके मुस्लिम समाज को जमीन दान कर दी. अब मस्जिद बनाने का काम शुरू हो चुका है.
बताया जा रहा है कि मस्जिद को लेकर मुस्लिम समाज के लोग तो खुश हैं ही, हिंदू समाज भी खुशी जता रहा है. मस्जिद निर्माण के लिए कोई ईट दे रहा है तो कोई सीमेंट की व्यवस्था कर रहा है. मुस्लिम समाज के लोगों का कहना है कि जब मस्जिद बनकर तैयार हो जाएगी तो सबसे पहले हिंदू भाइयों के लिए दुआ मांगेंगे.
गांव के निवासी 75 वर्षीय हनीफ खान ने यह कहा
निवासी हनीफ खान ने बताया, ”इस गांव में हमारे बुजुर्ग रहते थे. पहले दो घर थे. अब एक दर्जन के करीब घर हैं. मेरी उम्र 75 साल की हो चुकी है और मेरे बड़े भाई 90 साल के हैं. हमारे गांव के लोग सभी आपस में मिलकर रहते हैं. हमें नमाज अदा करने में दिक्कत होती थी क्योंकि गांव से तीन किलोमीटर दूर जाना पड़ता था. अब हम हमारे हिंदू भाइयों का कैसे शुक्रिया अदा करें जिन्होंने हमारी इस मुश्किल को हल कर दिया है और फ्री में अल्लाह का घर बनाने के लिए जगह दे दी है. हमें बहुत खुशी है. गांव के मुखिया ने भी हमें धर्मशाला बनाने के लिए जमीन देने का वादा किया है, हम उनका भी धन्यवाद करते हैं.”
जगह दान करने वाले हरमेश यह बोले
जगह दान करने वाले हरमेश सिंह ने कहा, ”हमने यह जगह इनको मस्जिद बनाने के लिए दे दी है. हमें बहुत खुशी हो रही है कि अब हमारे मुस्लिम भाइयों अल्लाह की इबादत करने के लिए पैदल चलकर कहीं दूर नहीं जाना पड़ेगा.”
गांव के मौलवी और मुखिया ने ये कहा
गांव के मौलवी काजी मोहम्मद ने कहा, ”हमें इतनी खुशी है कि बयान नहीं कर सकते. हमारे हिंदू भाइयों ने आगे आकर हमें मस्जिद बनाने के लिए जगह दी. पहले जो लोग घरों में नमाज अदा करते थे, अब एक जगह बैठकर नमाज अदा कर सकेंगे और हम अल्लाह से गुजारिश करते हैं कि हमारे हिंदू भाइयों को हमेशा खुश रखें.”
गांव के मुखिया बलविंदर सिंह ने कहा, ”हमें अपने गांव पर बहुत गर्व महसूस हो रहा है कि एक समुदाय के लोग दूसरे समुदाय के काम आ रहे हैं. हम अपनी पंचायत की ओर से हमारे मुस्लिम भाइयों को धर्मशाला बनाने के लिए अलग से जगह दे रहे हैं, जहां पर ये अपना कोई समागम कर सकेंगे.”