सार
Kanpur News कानपुर का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। जिसमें एक सख्स को पेट्रोल बोतल में नहीं मिला तो वह बुलेट की टंकी खोलकर पेट्रोल पंप पहुंच गया। सख्स की गाड़ी को पेट्रोल मार्निंग वाक पर जाते समय समाप्त हो गया था।
उत्तर प्रदेश के कानपुर (Kanpur) में पूर्व पार्षद सुशील तिवारी (Sushil Tiwari) का एक वीडियो खूब वायरल (Video Viral) हो रहा है. इमरजेंसी में जब पेट्रोल पंप (Petrol Pump) के लोगों ने उन्हें बोतल में पेट्रोल देने से मना कर दिया तो उन्होंने नया जुगाड़ ढूंढा. सुशील तिवारी अपनी बुलेट की टंकी निकालकर पेट्रोल पंप पहुंच गए और उसमें पेट्रोल भरवाया. सोशल मीडिया पर इस घटना का वीडियो लोग खूब पसंद कर रहे हैं.
क्या है पूरा घटनाक्रम
कोपरगंज में रहने वाले पूर्व पार्षद सुशील तिवारी की बुलेट का पेट्रोल खत्म हो गया था। सुशील ने बुलेट वहीं खड़ी की और आसपास से एक बोतल का इंतजाम किया। पंप पर बोतल लेकर पेट्रोल लेने के लिए पहुंच गए। पंप कर्मचारियों से जब पेट्रोल मांगा तो उन्होने देने से इंकार कर दिया। इस पर पूर्व पार्षद पंप कर्मचारियों पर भड़क गए। लेकिन पंप कर्मचारियों ने जब उन्हे समझाया कि यदि बोतल में पेट्रोल दिया, तो मेरी नौकरी चली जाएगी। इसके बाद पूर्व पार्षद का गुस्सा शांत हुआ।
कानपुर में पेट्रोल खत्म होने पर बुलेट की टंकी लेकर पंप पर पहुंच गए पूर्व पार्षद। pic.twitter.com/hx6FYbtWqX
— abhishek kumar agnihotri (@abhishe19913644) August 16, 2022
मैकेनिक से खुलवाई टंकी
पूर्व पार्षद मैकेनिक के पास पहुंचे और बुलेट की टंकी खुलवाई। सुशील जब पंप पर बुलेट की टंकी लेकर पेट्रोल भराने के लिए पहुंचे, तो राहगीरों की भीड़ जमा हो गई। सुशील ने टंकी में 500 का पेट्रोल भराया। इसके पेट्रोल भरी टंकी लेकर लेकर मैकेनिक के पास पहुंचे, टंकी लगवाने के बाद घर के लिए निकल गए। सुशील तिवारी का कहना है कि 500 का पेट्रोल टंकी में पता ही नहीं चलता है। पेट्रोल खत्म होने का अंदाज नहीं लगा पाया। जिसकी वजह से दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
जब सुशील कुमार से पूछा गया कि ऐसी क्या इमरजेंसी थी कि बुलेट की टंकी ही निकालना पड़ी तो उन्होंने बताया,
“मेरे दोस्त का एक्सीडेंट हो गया था. उसी समय मेरी बाइक में पेट्रोल खत्म हो गया. कोई रास्ता नहीं था तो मैं बोतल में पेट्रोल लेने पहले माल रोड के पेट्रोल पंप पर गया. एक-एक कर सभी पेट्रोल पंपों ने बोतल में पेट्रोल देने से मना कर दिया. इसके बाद मैं घर आया और मैंने तुरंत बुलेट की टंकी खोल डाली. उसको लेकर परमट मंदिर वाले पेट्रोल पंप पर पहुंच गया. वहां मैंने कहा कि अब तो पेट्रोल की टंकी लाया हूं… बोतल नहीं है… इसमें तो दोगे पेट्रोल. फिर मैंने उसमें तीन सौ का पेट्रोल भरवाया. टंकी को बुलेट में सेट किया और अपने दोस्त को देखने गया.”
सुशील तिवारी ने आगे बताया
“सरकार के नियम ठीक है लेकिन जब मजबूर आदमी फंस जाए तो उसको पेट्रोल बोतल में पेट्रोल देना चाहिए.”
सुशील तिवारी अपने किसी दोस्त की स्कूटी लेकर टंकी में पेट्रोल भरवाने गए थे. इसी दौरान का उनका वीडियो खूब वायरल हो रहा है.