सार
रांची की भावना नंदा ने 31वीं बिहार न्यायिक सेवा परीक्षा में टॉप किया है. अपनी सफलता का श्रेय उन्होंने परिवारवालों को दिया. साथ ही उन्होंने कहा कि झारखंड हाई कोर्ट मुख्य न्यायाधीश रही जस्टिस ज्ञान सुधा मिश्रा उनकी प्रेरणा हैं.
Thirty First Bihar Judicial Service Examination31 : वीं बिहार न्यायिक सेवा प्रतियोगिता परीक्षा का अंतिम रिजल्ट बीपीएससी ने सोमवार को जारी कर दिया. इसमें 214 अभ्यर्थियों को सफल घोषित किया गया है. रांची की भावना नंदा को इसमें प्रथम स्थान प्राप्त हुआ है, जबकि सागर एमपी के दिव्यांशु गुप्ता दूसरे और मधुबनी के राघव तीसरे स्थान पर रहे हैं. महिलाओं का टॉपर्स में दबदबा रहा है और शुरुआती पांच टॉपर्स में तीन महिलाएं, जबकि टॉप-10 में चार महिलाएं शामिल हैं.
टाप-5 में तीन लड़कियां
टॉपर्स स्थान
भावना नंदा रांची
दिव्यांशु गुप्ता सागर,एमपी
राघव मधुबनी
स्नेहा सिंह मोतिहारी
पायल मिश्रा मधेपुरा
पहले दोनों टॉपर्स राज्य के बाहर के
भावना नंदा रांची, झारखंड दिव्यांशु गुप्ता सागर, एमपी राघव मधुबनी राज्य के बाहर के अभ्यर्थियों ने भी अच्छा प्रदर्शन किया है और पहले दोनों टॉपर्स राज्य के बाहर के ही हैं. 22 अगस्त से छह सितंबर तक हुए साक्षात्कार में 688 अभ्यर्थी शामिल हुए थे. इनमें कुल 221 रिक्तियों के विरुद्ध 214 अभ्यर्थियों का अंतिम रूप से चयन किया गया है. इन सभी की सिविल न्यायाधीश (कनीय कोटि) के पद पर नियुक्ति होगी.
श्रेणीवार कट
ऑफ मार्क्स श्रेणी लिखित अंतिम
अनारक्षित 457 536
इडब्ल्यूएस 418 499
एससी 364 403
एसटी 378 434
इबीसी 392 447
बीसी 414 495
भावना नंदा ने रांची के संत माइकल स्कूल से दसवीं की परीक्षा पास करने के बाद डीपीएस, रांची से 12वीं की पढ़ाई पूरी की थी. उसी दौरान उन्होंने न्यायिक सेवा में जाने का फैसला कर लिया था. उन्होंने बी.ए. एलएलबी की पढ़ाई रांची स्थित नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ स्टडी एंड रिसर्च इन लॉ यानी NURSL से 2014-19 बैच में पूरी की थी. पांच साल के इस कोर्स में उन्होंने 10 में से 8.04 सीजीपीए हासिल किया था.
इसके बाद भावना नंदा ने नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी, दिल्ली से एलएलएम की पढ़ाई पूरी की थी. उनके पिता झारखंड सरकार में ऑडिट ऑफिसर के पद से रिटायर हुए हैं. उनके एक बड़े भाई हैं जो मुंबई में एक निजी बैंक में ट्रेड मैनेजर के पद पर हैं. भावना नंदा को इस उपलब्धि के लिए लॉ यूनिवर्सिटी, रांची के वाइस चांसलर प्रो केसवा राव वुराकुला ने शुभकामनाएं दी हैं. उन्होंने कहा कि भावना की यह उपलब्धि यूनिवर्सिटी के छात्रों को प्रेरित करेगी. उन्होंने भावना के कुशल भविष्य की कामना की है.