Liquor Shortage in Jharkhand : राज्य में नई उत्पाद नीति के तहत दो मई से शुरू हुई शराब की बिक्री ने शराब के शौकीनों की परेशानी बढ़ा दी है। न मनचाहा ब्रांड मिल रहा है, न बीयर की ही पर्याप्त उपलब्धता है। एमआरपी से अधिक कीमत पर शराब बिकने की सूचनाएं मिल रही हैं। पूरे प्रदेश में शराब की बिक्री का यही हाल है। वर्तमान स्थिति को देख शराब के शौकीन तो यही कह रहे हैं कि बिना पर्याप्त तैयारी के ही नई उत्पाद नीति आनन-फानन में लागू कर दी गईं। इससे न सिर्फ लोगों को परेशानी हो रही है, बल्कि सरकार का राजस्व भी प्रभावित होगा।
झारखंड में बीयर की भारी कमी सामने आ रही है। रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि पिछले 15 दिनों से पूरे झारखंड में अधिकांश ठेके आउट ऑफ स्टॉक हो गए हैं। झारखंड में बीयर की प्रतिदिन करीब 4 लाख पेटी की जरूरत है, जबकि 35 से 40 हजार पेटी बीयर ही उप्लब्ध हो रही है।
अचानक से आखिर क्यों हुई शराब या बीयर की किल्लत?
मार्च में गर्मी आते ही अचानक बीयर की खपत बढ़ने से कई राज्यों में शराब या बीयर की किल्लत हो गई है। इसकी 3 मुख्य वजह सामने आ रही हैं…
वेदर
सप्लाई चेन
न्यू एक्साइज पॉलिसी
हरियाणा और तेलंगाना में बीयर की कीमत में 25% तक वृद्धि
चिलचिलाती गर्मी के बीच बीयर के दाम देश के कई राज्यों में बढ़ सकते हैं। तेलंगाना सरकार ने पिछले दिनों 20% से 25% तक शराब या बीयर की कीमत बढ़ा दी। इसी तरह हरियाणा सरकार ने भी मार्च के महीने में 10% तक शराब और बीयर की कीमत बढ़ा दी है।
अब बीयर बनाने वाली सबसे बड़ी कंपनी ब्रुअर्स ने भी 27 अप्रैल को बीयर की कीमत 10% से 15% तक बढ़ाने की बात कही है। कंपनी का कहना है कि रूस और यूक्रेन जंग की वजह से जौ की कीमत में 65% की वृद्धि हुई है। इसके अलावा पैकेजिंग और ट्रांसपोर्टेशन की कीमत भी बढ़ी है। ऐसे में बीयर की कीमत बढ़ाया जाना चाहिए।