New Delhi : पीएम मोदी ने कांग्रेस सांसद मल्लिकार्जुन खड़गे (Mallikarjun Kharge) को पार्टी अध्यक्ष चुने जाने पर बधाई दी है. 17 अक्टूबर को हुए कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव में खड़गे ने शशि थरूर को बड़े अंतर से हराया. 24 साल बाद गांधी परिवार से बाहर का कोई नेता कांग्रेस अध्यक्ष चुना गया है. कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव में मल्लिकार्जुन खड़गे को करीब 84 फीसदी वोट मिले. पीएम मोदी ने 80 साल के खड़गे को बधाई देते हुए ट्विटर पर लिखा,
“कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में नई जिम्मेदारी के लिए मल्लिकार्जुन खड़गे जी को मेरी शुभकामनाएं. उनके सफल कार्यकाल की कामना करता हूं.”
My best wishes to Shri Mallikarjun Kharge Ji for his new responsibility as President of @INCIndia. May he have a fruitful tenure ahead. @kharge
— Narendra Modi (@narendramodi) October 19, 2022
कांग्रेस अध्यक्ष की कुर्सी तक पहुंचने वाले खड़गे दूसरे दलित नेता हैं। इसके अलावा वे कर्नाटक से इस पद को संभालने वाले दूसरे नेता भी हैं। बिहार से आने वाले बाबू जगजीवन राम खड़गे से पहले कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष पद पर पहुंचने वाले पहले दलित नेता थे। वे 1970-71 के दौरान पार्टी की कमान संभाल चुके हैं। वहीं 1968 में एस निजलिंगप्पा पार्टी अध्यक्ष बने थे, जो खड़गे के गृह राज्य कर्नाटक के ही थे।
अगले एक साल में दर्जनभर से ज्यादा राज्यों में विधानसभा चुनाव, पार्टी को एकजुट रखने की चुनौती
इस चुनाव में जीत के साथ ही खड़गे कांग्रेस अध्यक्ष बनने वाले 65वें नेता हो गए हैं। वे बाबू जगजीवनराम के बाद कांग्रेस अध्यक्ष बनने वाले दूसरे दलित नेता हैं। खड़गे की जीत जितनी बड़ी है, उतनी ही बड़ी चुनौतियां भी उनके सामने हैं। वे जिस समय पार्टी आलाकमान की जिम्मेदारी लेने आगे आए हैं, तब केवल दो राज्यों राजस्थान और छत्तीसगढ़ में ही कांग्रेस की सरकार बची है। वहीं, झारखंड और तमिलनाडु में पार्टी गठबंधन सरकार में शामिल है, लेकिन मुख्यमंत्री दूसरे दलों के हैं।
सोनिया लोकसभा चुनाव से एक साल पहले पार्टी अध्यक्ष बनी थीं, लेकिन 1999 के चुनाव में पार्टी जीत हासिल नहीं कर पाई थी। खड़गे जब अध्यक्ष बने हैं. तो इसी साल हिमाचल प्रदेश और गुजरात में विधानसभा चुनाव हैं। वहीं, अगले साल यानी 2023 में मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान और महाराष्ट्र समेत 10 राज्यों में चुनाव होने हैं। ऐसे में खड़गे के सामने पार्टी को एकजुट करने और चुनाव मैदान में बेहतर प्रदर्शन करने की चुनौती होगी।