एक ओर शादी की रस्म चल रही थी, वहीं दूसरी ओर दुल्हन की मां, भाई, दादा-दादी और मौसी सहित अन्य रिश्तेदारों की अर्थी की तैयारी चल रही थी.

preparations were going on for the bier of 14 relatives.

धनबाद : आशीर्वाद टावर अग्निकांड में 14 लोगों की मौत हो चुकी है. इसमें अधिकतर लोग एक ही परिवार के सदस्य और रिश्तेदार हैं. इसकी वजह है कि उस घर में बेटी की शादी थी. जब ये हादसा हुआ, तब घटनास्थल से कुछ ही दूरी पर स्थित सिद्धि विनायक मैरिज हॉल में बेटी स्वाति की शादी की रस्में चल रही थी. भीषण चिंतित से मर्माहत पिता सिर झुकाये शादी समारोह में बैठे थे और दुल्हन शादी की रस्में पूरी कर रही थी.

शादी के मंडप में बैठी बेटी को नहीं पता था कि उसके विवाह रस्म में शहनाई की जगह अपनी मां, भाई, दादा-दादी और मौसी सहित अन्य रिश्तेदारों की मौत की चिंघाड है. एक ओर शादी की रस्म चल रही थी. वहीं, वहीं दूसरी ओर दुल्हन की मां और मौसी की आर्थी की तैयारी चल रही थी. दुल्हन को विदाई के समय तक पता नहीं चला कि मां, भाई, दादा-दादी और मौसी इस दुनिया में नहीं रही.

वहीं मैरेज हॉल में शादी मंडप के बदल में दुल्हन के पित सुबोध श्रीवास्तव बैठे थे और आंखें डबडबाई हुई थी. अगलगी की घटना से परेशान सुबोध कभी कुर्सी पर बैठ रहे थे तो कभी खड़ा हो जा रहे थे. चेहरे पर आफत की लकीर स्पष्ट दिख रही थी. यह वजह थी कि सुबोध ने बेटी का कन्यादान नहीं किया. इस रम्स को स्वाति के रिश्ते में एक भाई ने पूरा किया. लेकिन बेटी स्वाति को घटना की भनक तक नहीं लगने दी और बुधवार की अहले सुबह गमगीन माहौल में स्वाति की विदाई की गई.

स्वाति की विदाई होने के बाद सुबोध श्रीवास्तव के साथ परिजन एसएनएमएमसीएच पहुंचे और अपनों की पहचान करने लगे. यह परिजन शव की पहचान के साथ फफक-फफक कर रो रहे थे. वहीं मिली जानकारी के मुताबिक पोस्टमार्टम करवाने के बाद परिजनों को शव सौंप दिया जाएगा.

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