सार
अग्निपथ रिक्रूटमेंट स्कीम पर विचार करने के लिए सेना के तीनों अंगों के प्रमुख दिल्ली में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के घर पहुंच चुके हैं. वहां इनके बीच अग्निपथ भर्ती स्कीम पर चर्चा हो रही है. आर्मी चीफ मनोज पांडे, वायुसेना चीफ विवेक राम चौधरी और नेवी चीफ आर हरि कुमार इस मीटिंग में शामिल हो रहे हैं.
Rajnath Singh Meeting on Agnipath Row: अग्निपथ स्कीम पर मचे बवाल के बीच सेना और सरकार भी अलर्ट-मोड पर है. शनिवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) सेना प्रमुखों और डीएमए के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक अहम बैठक करने जा रहे हैं. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह शुक्रवार को अपने जम्मू कश्मीर के दो दिवसीय दौरे से राजधानी दिल्ली लौट आए हैं. शनिवार की सुबह रक्षा मंत्री वायुसेना (Air Force) और नौसेना (Navy) प्रमुखों के साथ अग्निपथ स्कीम (Agnipath Scheme) की समीक्षा करेंगे और युवाओं के गुस्से को कम करने पर विस्तार से बातचीत करेंगे.
जानकारी के मुताबिक, थलसेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे शनिवार को वायुसेना की पासिंग आउट परेड (पीओपी) के रिव्यू के लिए हैदराबाद के करीब डूंडीगल में मौजूद रहेंगे. ऐसे में माना जा रहा है कि रक्षा मंत्री के साथ बैठक में सहसेना प्रमुख मौजूद रहेंगे. इसके अलावा डिपार्टमेंट ऑफ मिलिट्री एफेयर्स (DMA) के वरिष्ठ अधिकारी भी बैठक में मौजूद रहेंगे.
8 सालों से लगातार भाजपा सरकार ने ‘जय जवान, जय किसान’ के मूल्यों का अपमान किया है।
मैंने पहले भी कहा था कि प्रधानमंत्री जी को काले कृषि कानून वापस लेने पड़ेंगे।
ठीक उसी तरह उन्हें ‘माफ़ीवीर’ बनकर देश के युवाओं की बात माननी पड़ेगी और ‘अग्निपथ’ को वापस लेना ही पड़ेगा।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) June 18, 2022
अग्निपथ स्कीम पर बवाल
बता दें कि सेना और सरकार को अग्निपथ स्कीम पर मचे बवाल और उग्र प्रदर्शन का अंदेशा नहीं था. खुद नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार ने शुक्रवार को मीडिया से बातचीत में ये बात कबूल की. बैठक में इस बात पर चर्चा हो सकती है कि किस तरह युवाओं के गुस्से को शांत करने की पहल सशस्त्र सेनाओं की तरफ से की जा सकती है. शुक्रवार को ही सरकार ने अग्निपथ स्कीम में एक बड़ा बदलाव कर इस साल यानि 2022 के लिए अग्निवीरों की अधिकतम आयु 21 साल से बढ़ाकर 23 साल कर दी है.
रक्षा मंत्री ने बताया था सुनहरा अवसर
शुक्रवार को ही रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने जोर देकर कहा था कि ‘अग्निपथ’ योजना भारतीय युवाओं के लिए सशस्त्र बलों में शामिल होने और मातृभूमि की सेवा करने का एक सुनहरा अवसर है. जम्मू और कश्मीर की दो दिवसीय यात्रा के दौरान राजनाथ सिंह ने एक वक्तव्य में कहा कि पिछले दो वर्षों से भर्ती प्रक्रिया नहीं हो सकी है. इस कारण अनेक युवाओं को सशस्त्र बलों में भर्ती होने का अवसर नहीं मिला है.
अग्निवीरों की भर्ती के लिए आयु सीमा बढ़ाई गई
युवाओं के भविष्य को ध्यान में रखते हुए सरकार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के निर्देश पर 2022 की भर्ती के लिए अग्निवीरों की भर्ती के लिए आयु सीमा 21 वर्ष से बढ़ाकर 23 वर्ष कर दी है. रक्षा मंत्री ने कहा कि उम्र में छूट निर्णय से पता चलता है कि सरकार हमारे युवाओं के प्रति चिंतित है. डीएमए, रक्षा मंत्रालय (Defence Minister) और तीनों सेनाएं नियुक्ति प्रक्रिया अति शीघ्र शुरू करने के लिए प्रतिबद्ध हैं. हम युवाओं को सशस्त्र बलों में शामिल होने और ‘अग्निपथ’ (Agnipath) के माध्यम से राष्ट्र की सेवा करने के लिए आमंत्रित करते हैं.
अग्निवीरों के पास होंगे 2-3 विकल्प- एयर फोर्स चीफ
भारतीय वायु सेना के प्रमुख ने कहा है कि अग्निवीरों के सामने दो-तीन विकल्प होंगे. उन्होंने ये विकल्प भी गिनाए और कहा कि अग्निवीर प्रतियोगी परीक्षा के जरिये वायु सेना में शामिल हो सकेंगे जिसके बाद उन्हें पेंशन भी मिलेगी. दूसरा रास्ता ये है कि वे उच्च शिक्षा ग्रहण करें या एंटरप्रेन्योर बन जाएं. अग्निवीर सरकारी या निजी क्षेत्र में नौकरी भी कर सकेंगे.
अग्निपथ को लेकर राहुल गांधी ने साधा पीएम मोदी पर निशाना
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि जिस तरह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को विवादित कृषि कानूनों को वापस लेना पड़ा था, ठीक उसी तरह उन्हें ‘माफीवीर’ बनकर देश के युवाओं की बात माननी पड़ेगी और ‘अग्निपथ’ को वापस लेना ही पड़ेगा. पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष ने यह भी कहा कि बीजेपी सरकार लगातार आठ वर्षों से ‘जय जवान, जय किसान’ के मूल्यों का ‘अपमान’ कर रही है.