सार
प्रधानमंत्री पद के दावेदार ऋषि सुनक ने कहा है कि वह प्रधानमंत्री पद के लिए खड़े हैं और अपने देश की अर्थव्यवस्था को ठीक करना चाहते हैं।
ब्रिटेन की प्रधानमंत्री लिज ट्रस के इस्तीफे के बाद से प्रधानमंत्री पद कौन संभालेगा इस पर बहस छिड़ गई है. उनके इस्तीफे के बाद से ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के वापसी की भी चर्चाए शुरू हो गई थी. हालांकि उन्होंने रविवार को अपनी एक घोषणा में सबको चौंका दिया, उन्होंने कहा कि वह कंजरवेटिव पार्टी के नेतृत्व की दौड़ में नहीं उतरेंगे यानी ऋषि सुनक ब्रिटेन के पहले भारतीय मूल के प्रधानमंत्री चुने जाने के सबसे करीब पहुंच गए हैं.
पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, 55 वर्षीय पूर्व नेता बोरिस जॉनसन ने दावा किया कि उन्हें सांसदों का पूरा समर्थन मिल रहा है लेकिन वह इसके बावजूद भी पीएम की रेस में शामिल नहीं होंगे. उन्होंने कहा कि “आप प्रभावी ढंग से शासन नहीं कर सकते जब तक कि आपके पास संसद में एक संयुक्त पार्टी न हो इसलिए ऐसा करना सही नहीं होगा.” बता दें कि जुलाई में कई घोटालों के बाद उन्हें तीन महीने पहले ही पीएम पद छोड़ना पड़ा था.
जॉनसन ने कहा, “मेरा मानना है कि मेरे पास देने के लिए बहुत कुछ है लेकिन यह सही समय नहीं है.” जॉनसन ने औपचारिक रूप से अभी तक अपनी उम्मीदवारी की घोषणा नहीं की थी. उन्हें लगभग 59 टोरी सांसदों का सार्वजनिक समर्थन प्राप्त था, जिनमें कुछ हाई-प्रोफाइल कैबिनेट सदस्य भी शामिल थे. बता दें कि ब्रिटिश भारतीय पूर्व चांसलर ऋषि सुनक को पीएम रेस में कंजर्वेटिव पार्टी के 128 सांसद समर्थन कर रहे हैं और यह पीएम बनने के लिए न्यूनतम 100 के आंकड़े से काफी ज्यादा है.
सुनक ने की उम्मीदवारी की घोषणा
भारतीय मूल के ब्रिटिश सांसद ऋषि सुनक एक बार फिर ब्रिटेन के पीएम की रेस में शामिल हो गए हैं. ब्रिटेन के पूर्व वित्त मंत्री सुनक ने रविवार (23 अक्टूबर) को पीएम पद के लिए अपनी उम्मीदवारी की घोषणा कर दी थी. रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि इस बार सुनक को कंजर्वेटिव पार्टी के 128 सांसद समर्थन कर रहे हैं, जो कि पीएम बनने के लिए न्यूनतम 100 के आंकड़े से काफी ज्यादा है.