Entertainment Desk : अपने बेबाक और बिंदास अंदाज के लिए मशहूर साउथ फिल्मों की ऐक्ट्रेस साई पल्लवी ने कश्मीरी पंडितों को लेकर कुछ ऐसा कह दिया है, जिसके बाद सोशल मीडिया पर बहस छिड़ गई है। जहां कुछ लोग साई पल्लवी की हिम्मत की तारीफ कर रहे हैं, वहीं कुछ ने ऐक्ट्रेस को लताड़ा भी है। दरअसल साई पल्लवी ने कश्मीरी पंडितों पर हुए अत्याचार और उनके नरसंहार की तुलना गौरक्षा के नाम पर होने वाली मॉब लिंचिंग से कर दी। इस पर कुछ लोग भड़क गए।
साई पल्लवी ने आगे कहा, ‘मुझे हमेशा यही सिखाया गया कि अच्छे इंसान बनो। पीड़ितों की रक्षा करो, फिर चाहे वो वामपंथी हों या फिर दक्षिणपंथी। मैंने लेफ्ट विंग और राइट विंग के बारे में काफी सुना है। पर यह नहीं कह सकती कि इनमें कौन सही है और कौन गलत। लेकिन मेरे हिसाब से हिंसा, संवाद करने का गलत तरीका है।’
बयान पर बंटा सोशल मीडिया
साईं के इस बयान से सोशल मीडिया दो हिस्सों में बंट गया है। कुछ लोग साई का सपोर्ट कर रहे हैं। उनका मानना है कि साई ने हिंसा करने वालों और प्रताड़ित होने वालों के बीच फर्क बताया है और अहिंसा का साथ देने की बात कही है। जबकि कुछ लोग उनके बयान की आलोचना कर रहे हैं। उन्हें लग रहा है कि साई का बयान कश्मीरी पंडितों की त्रासदी को गलत तरीके से पेश कर रहा है।
नक्सली मूवमेंट पर बेस्ड है फिल्म
साई की अपकमिंग फिल्म विराट पर्वम में राणा दग्गुबाती लीड रोल में हैं। यह फिल्म 1990 की सच्ची घटना पर बेस्ड है। इसका बैकड्रॉप तेलंगाना रीजन में हुआ नक्सली आंदोलन और एक लव स्टोरी है। फिल्म में साई वेनेला का रोल निभा रही हैं, जिसे नक्सल लीडर रवन्ना से प्यार हो जाता है।