सार
शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने सांसद संजय राउत की गिरफ्तारी की आशंका जताई थी. अब जानकारी मिल रही है कि ईडी के अधिकारियों ने संजय राउत को हिरासत में ले लिया है.
Sanjay Raut Detained: शिवसेना के सांसद संजय राउत को हिरासत में ले लिया गया है. ED ने संजय राउत को हिरासत में ले लिया है. संजय राउत को ईडी ने ‘पात्रा चॉल लैंड स्कैम केस’ (Patra Chawl land scam case) में हिरासत में लिया है. ये मनी लॉन्ड्रिंग का मामला है. ईडी आज सुबह ही संजय राउत के घर पहुंची थी. इस मामले में संजय राउत को ईडी ने 20 जुलाई को समन किया था, लेकिन राष्ट्रपति चुनाव में व्यस्तता की वजह से शिवसेना सांसद एजेंसी के सामने पेश नहीं हुए थे. अपने वकीलों के मार्फत उन्होंने 7 अगस्त तक का समय मांगा था. ED ने गुजारिश को खारिज कर दिया था और और दोबारा 27 जुलाई को समन किया था. इस बार भी संजय राउत नहीं पहुंचे और उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए दिल्ली में होने की बात कही. उसके बाद आज ED संजय राउत के घर पहुंची. और अब उन्हें हिरासत में ले लिया गया है.
रिपोर्ट के मुताबिक प्रवर्तन निदेशालय (ED) के अधिकारी सुबह करीब 7 बजे संजय राउत के घर पहुंची थी. ईडी की टीम के साथ CRPF के अधिकारी भी मौजूद थी. ED की टीम संजय राउत से पतरा चॉल भूमि घोटाला मामले में पूछताछ कर रही है और घर पर सर्च अभियान चलाया. इसके बाद संजय राउत को हिरासत में ले लिया गया।
27 जुलाई को भी पेश नहीं हुए थे राउत
इससे पहले 27 जुलाई को ईडी ने मामले में राऊत को समन भेजकर पूछताछ के लिए हाजिर रहने को कहा था, लेकिन भी राउत पेश नहीं हुए थे और उन्होंने पेशी से छूट मांगी थी. लेकिन तब ईडी ने इसे स्वीकार नहीं किया था.
यह है पात्रा चॉल घोटाला मामला
– ईडी के मुताबिक, गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन को पात्रा चॉल को पुनर्विकसित करने का काम मिला था. यह काम MHADA ने उसे सौंपा था. इसके तहत मुंबई के गोरेगांव में 47 एकड़ में पात्रा चॉल में 672 किरायेदारों के घरों पुनर्विकसित होने थे.
– ED के मुताबिक गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन ने MHADA को गुमराह किया और बिना फ्लैट बनाए ही यह जमीन 9 बिल्डरों को 901.79 करोड़ रुपये में बेच दी. बाद में गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन ने Meadows नाम से एक प्रोजेक्ट शुरू किया और घर खरीदारों से फ्लैट के लिए 138 करोड़ रुपये जुटाए.
– जांच में सामने आया कि कंस्ट्रक्शन कंपनी ने गैरकानूनी तरीके से 1,034.79 करोड़ रुपये से ज्यादा की कमाई की. आगे चलकर उसने गैरकानूनी तरीके से ही इस रकम को अपने सहयोगियों को ट्रांसफर कर दी.
– ED के मुताबिक गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड हाउसिंग डेवलपमेंट एंड इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (HDIL) की सिस्टर कंपनी है. जांच में सामने आया कि HDIL ने करीब 100 करोड़ रुपये प्रवीण राउत के खाते में जमा कराए थे.
– 2010 में प्रवीण राउत की पत्नी माधुरी ने संजय राउत की पत्नी वर्षा राउत के खाते में 83 लाख रुपये ट्रांसफर किए थे. इस रकम से वर्षा राउत ने दादर में एक फ्लैट खरीदा. ED की जांच शुरू होने के बाद वर्षा राउत ने माधुरी राउत के खाते में 55 लाख रुपये भेजे थे.
– ED के मुताबिक, प्रवीण राउत ने राकेश वधावन और सारंग वधावन के साथ मिलकर हजार करोड़ रुपये से ज्यादा की हेराफेरी की है.
– ED ने प्रवीण राउत और उसके करीबी सुजीत पाटकर से जुड़े ठिकानों पर छापेमारी की थी. प्रवीण राउत और संजय राउत कथित तौर पर दोस्त हैं. वहीं, सुजीत पाटकर को भी संजय राउत का करीबी माना जाता है. सुजीत पाटकर संजय राउत की बेटी के साथ एक वाइन ट्रेडिंग कंपनी में पार्टनर भी है.Live TV