Dhanbad Bank Robbery Case : शुभम के पिता भूली निवासी विश्वजीत सिंह ने कहा कि मैं बेटे का शव नहीं लूंगा। मीडिया से बातचीत करते हुए विश्वजीत ने कहा कि ऐसे बेटे का शव लेकर क्या करूंगा, जो न घर का हुआ और न ही समाज का। उसने अपने सभी रिश्तों के साथ धोखा किया।
पिता ने बताया कि 2020 में शुभम ने पॉलीटेक्निक कॉलेज के इंट्रेंस एग्जाम में राज्य में 73वां रैंक लाया था। इसके बाद यूपीएससी की तैयारी के लिए बेटे को पटना भेजा था। लॉक डाउनर की वजह से पटना में पांच लाख रुपए खर्च कर बेटे को होटल में रखवा कर पढ़ाई कराई। इसी बीच 2021 में उन्हें जानकारी मिली कि बेटे का एनडीए में चयन हो गया। पिता के मेल आईडी पर इंडियन आर्मी से मेल आता था, जिसमें बेटे के चयन से लेकर ट्रेनिंग तक की जानकारी समय-समय पर मिलते रही। पिता बेटे की मौत के बाद भी यह समझ नहीं पाए कि मेल सही था या इसमें उनके बेटे की कोई करामत थी। विश्वजीत ने बताया कि शुभम ने झूठ बोल कर हम सबको ठगा। इसलिए जिंदगी ने उसे ही ठग लिया। ऐसे बेटे के शव का बोझ नहीं उठा पाऊंगा, जिसने स्वाभिमान को ही खत्म कर दिया। पिता ने बताया कि उन्हें तो कुछ पता ही नहीं था। जब पुलिस दोपहर में घर पर आई, तब उन्होंने अस्पताल जाकर देखा तो पाया कि मृत युवक शुभम ही है। बेटा तो रक्षाबंधन के दो दिन बाद ही ट्रेनिंग की बात कह कर निकल गया था।