कानपुर में पुलिस की गुंडागर्दी से एक सब्जी बेचने वाले के दोनों पैर कट गए। जानकारी के मुताबिक, पुलिस के हेड कॉन्स्टेबल ने उसे पीटा और उसका तराजू पटरियों पर फेंक दिया। जब वह तराजू उठाने गया, तो ट्रेन की चपेट में आ गया और उसके पैर कट गए।
मौके पर मौजूद लोगों ने युवक को अस्पताल में भर्ती कराया। हालत गंभीर होने के चलते उसे PGI लखनऊ रेफर कर दिया गया। DCP वेस्ट ने बदसलूकी करने वाले हेड कॉन्स्टेबल को सस्पेंड कर दिया। इसके साथ ही मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं।
किस बात पर फेंका तराजू?
आजतक से जुड़े रंजय सिंह की रिपोर्ट के मुताबिक़, पीड़ित का नाम लड्डू बताया जा रहा है. कल्याणपुर थाने के सामने रोड पर सब्ज़ी-तरकारी की दुकानें लगती हैं. वैसे तो यहां दुकानें लगाना नियम के विरुद्ध है, लेकिन कुछ परिवार दशकों से यहीं दुकान लगाते हैं. इन्हीं में एक पीड़ित की दुकान भी थी. मौक़े पर मौजूद दुकानदारों का आरोप है कि कल्याणपुर थाने के दरोगा और दीवान मौक़े पर आए. पहले लड्डू को ख़ूब हड़काया. फिर बहस आगे बढ़ गई तो पुलिसवालों ने उसका तराजू में रखी जाने वाली स्टील की टोकरी फेंक दिया. टोकरी गिरी पीछे से जा रही रेलवे लाइन पर. रेलवे लाइन दीवार के पार थी.
दुकानदार लड्डू दीवार फांद कर जल्दी से अपना स्टील की टोकरी लेने पर पटरी पर चला गया. उसी समय सामने से ट्रेन आ गई और उसके पैरों को काटते हुए चली गई. गुड्डू की चीख सुनी, तो आसपास के दुकानदार दौड़कर उसके पास पहुंचे. पुलिसकर्मी भी आ गए. लोगों ने पुलिस की मदद से गुड्डू को उठाया और कानपुर के हैलट हॉस्पिटल के इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराया. पीड़ित की हालत गंभीर बनी हुई है.