पश्चिम बंगाल के कोलकाता में कैश के साथ गिरफ्तार कांग्रेस के तीनों विधायक इरफान अंसारी, राजेश कच्छप और नमन विक्सल कोंगाड़ी शनिवार को कोलकाता जेल से बाहर आ गये। कोलकाता हाईकोर्ट से सशर्त जमानत मिलने के बाद जेल से बाहर आये कांग्रेस कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपने राजनीतिक फायदे के लिए उन्हें गलत तरीके से फंसाया है। कांग्रेस विधायक ने कहा कि बरामद पैसा उनका था, उनकी रगों में कांग्रेस का खून है और वे कभी बीजेपी में शामिल नहीं हो सकते। उन्होंने यह भी कहा कि वैसे भी तीन विधायक सरकार नहीं गिरा सकते हैं।
गौरतलब है कि कांग्रेस के तीनों विधायकों को 30 जुलाई की रात को हावड़ा से भारी मात्रा में कैश के साथ गिरफ्तार कर लिया था और 31 जुलाई को उन्हें स्थानीय अदालत में पेश किया गया था, जहां से 10 दिनों के रिमांड पर भेज दिया गया था। इस दौरान कोलकाता सीआईडी की टीम ने उनसे गहन पूछताछ की और रांची तथा जामताड़ा स्थित संबंधित विधायकों के ठिकानों पर छापेमारी की। बाद में उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया।
जिसके बाद उनकी ओर से हाईकोर्ट में जमानत के लिए अर्जी दाखिल की गयी और कोलकाता हाईकोर्ट ने उन्हें सशर्त अंतरिम जमानत प्रदान कर दी है, जिसके तहत कांग्रेस विधायकों को तीन महीने तक कोलकाता में ही रहना पड़ेगा और उन्हें अपना पासपोर्ट अदालत में जमा कराना होगा। अदालत ने बुधवार को ही उन्हें जमानत दे दी थी, लेकिन कागजी प्रक्रिया पूरी करने में विलंब होने और शुक्रवार को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के अवकाश के कारण तीनों विधायक आज जेल से बाहर आए।