Ankita Murder Case : गरीब हूं तो क्या 10 हजार में बिक जाऊंगी, अंकिता पर गेस्ट को स्पा सर्विस देने का दबाव था

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Ankita Murder Case : उत्तराखंड में पूर्व मंत्री के बेटे के रिसॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट अंकिता भंडारी की मौत पर लोगों का गुस्सा लगातार तीसरे दिन उफान पर है। रविवार को अंकिता के होम टाउन श्रीनगर में सैकड़ों लोग उसकी फोटो लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। इससे बद्रीनाथ-ऋषिकेश हाईवे जाम हो गया है।

इससे पहले, शनिवार को नाराज लोगों ने आरोपी पुलकित आर्य के रिसॉर्ट में आग लगा दी थी। वहीं, शुक्रवार को आरोपियों को कोर्ट में पेशी के लिए ले जाते समय महिलाओं ने जमकर पीटा था।

घटना के विरोध में श्रीनगर शहर बंद है। इधर, शुरुआती पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के मुताबिक अंकिता की मौत पानी में डूबने से हुई। धक्का देने से पहले अंकिता को किसी भारी चीज से पीटा गया। उसके शरीर पर चोट के निशान भी मिले, हालांकि रिपोर्ट में सेक्शुअल एब्यूज या रेप का जिक्र नहीं है। अंकिता का परिवार AIIMS की पोस्टमार्टम रिपोर्ट से संतुष्ट नहीं है। उन्होंने अंकिता का अंतिम संस्कार करने से इनकार कर दिया है। ऋषिकेश AIIMS में शनिवार को अंकिता का पोस्टमार्टम हुआ था।

पिता का सवाल- जिस रिसॉर्ट में सबूत, उसे क्यों तोड़ा?
ऋषिकेश में अंकिता के पिता वीरेंद्र भंडारी ने दैनिक भास्कर से बात करते हुए कहा, ‘हम बेटी का अंतिम संस्कार तब तक नहीं करेंगे, जब तक डिटेल्ड पोस्टमार्टम रिपोर्ट पब्लिक नहीं कि जाती।’ अंकिता के पिता ने सवाल उठाया कि जिस रिसॉर्ट में सबूत थे, प्रशासन ने उसे बुलडोजर से क्यों तोड़ा? ऐसा करके सबूत मिटाए गए हैं।

शव का अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया
24 सितंबर को चीला शक्ति नहर से अंकिता का शव बरामद हुआ था. जिसे पोस्टमॉर्टम के लिए ऋषिकेश के AIIMS में ले जाया गया था. पोस्टमार्टम के बाद 25 सितंबर की सुबह अंकिता के घर उसका शव पहुंचा तो परिवार वालों ने अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया. परिवार वालों ने पुलिस जांच पर सवाल उठाया. पीड़िता के पिता वीरेंद्र भंडारी ने सरकार से सवाल किया है कि पुलकित आर्य का रिजॉर्ट क्यों गिराया गया, जबकि वहां पर तो सारे सबूत थे. साथ ही सरकार से मांग की है कि अंकिता मर्डर केस को फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाया जाए. और आरोपियों को फांसी की सजा दी जाए. दरअसल, इस मामले के सामने आने के बाद शुक्रवार की रात को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के आदेश पर पुलकित आर्य के वनंतारा रिजार्ट के कुछ हिस्सों को तोड़ दिया गया था.

17 सितंबर को दोस्त से हुई थी बात
ये चैट 17 सितंबर की है, यानी अंकिता की डेड बॉडी मिलने से 7 दिन पहले। 18 सितंबर की शाम करीब 6 बजे रिसॉर्ट मालिक पुलकित, सौरभ और अंकित अंकिता के कमरे में पहुंचे। तब अंकिता जोर-जोर से रो रही थी और मदद के लिए चिल्ला रही थी।

पुलकित आर्य BJP नेता और पूर्व मंत्री विनोद आर्य का बेटा है। तीनों आरोपी 18 सितंबर की शाम अंकिता को बाइक से कहीं ले गए थे। वे वापस आए तो अंकिता साथ नहीं थी। ये बात रिसॉर्ट के एक कर्मचारी ने बताई है।

पुलिस ने भी ऋषिकेश के रास्ते पर लगे CCTV कैमरों के फुटेज चेक किए थे। इनसे पता चला कि रिसॉर्ट से 4 लोग गए थे, लेकिन तीन ही लौटे। 19 तारीख को अंकिता की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई।

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