सार
रांची के हटिया से हावड़ा तक जल्द ही बंदे भारत ट्रेन चलने लगेगी. इसकी तैयारी शुरू हो गयी है. ट्रैक में थिकवेब स्विच लगाने का काम शुरू किया गया है. हटिया यार्ड में भी बदलाव किये जा रहे हैं.
Ranchi Railway Division: रांची-हावड़ा के बीच वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन 130 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दाैड़ लगाएगी। यह शताब्दी की जगह लेगी। अपग्रेड कर इसका पहला सेट 15 अगस्त को आईसीएफ चेन्नई की फैक्ट्री से निकाला जाएगा। रेल अधिकारियों के अनुसार, इस ट्रेन में इंटीरियर का काम चल रहा है। पहिए लगने शुरू हो गए हैं। जैसे ही पूर्व रेलवे को यह ट्रेन सौंपी जाएगी, रांची और हावड़ा के बीच यह चलनी शुरू हो जाएगी।
इसे लेकर रेलवे ट्रैक को अपग्रेड कर रहा है। रांची डिवीजन में भी पटरी अपग्रेड की जा रही है। सेफ्टी ट्रायल समेत अन्य प्रक्रियाओं में दो माह लग जाएंगे। उसके बाद पटरी पर यह दौड़ने लगेगी। बता दें कि रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध की वजह से वंदे भारत का पहिए फंस गए थे। इस कारण समय पर प्राेजेक्ट पूरा नहीं हाे पाया। रेल मंत्रालय ने इसे गंभीरता से लेते हुए युद्ध के बीच में ही हवाई मार्ग से पहिया मंगाए, ताकि वंदे भारत का ट्रायल किया जा सके।
कैसे बढ़ेगी ट्रेन की स्पीड
जहां पर पटरियों की दिशा बदली जाती है, उसे फेसिंग प्वाइंट कहा जाता है. ट्रेनों की स्पीड बढ़ाने के लिए इसका मजबूत और टिकाऊ होना जरूरी है. थिकवेब स्विच परंपरागत स्विच की तुलना में मोटा, डबल लॉकिंग और स्प्रिंग का होता है. यह हाई स्पीड के लिए अनुकूल होता है.
इन पांच ट्रेनों का भेजा गया प्रस्ताव
रांची रेल मंडल ने रेलवे बोर्ड को पांच और ट्रेनों का परिचालन शुरू करने का प्रस्ताव भेजा है। इनमें हटिया-यशवंतपुर साप्ताहिक ट्रेन को झारसुगुड़ा-काठपाड़ी होकर अतिरिक्त चलाने, हटिया-एलटीटी साप्ताहिक ट्रेन को टोरी-भोपाल-उज्जैन और जलगांव होकर चलाने की अनुशंसा की गई है। हटिया-इटवारी साप्ताहिक एक्सप्रेस को राउरकेला-झारसुगुड़ा, हटिया-हदपसर पुणे साप्ताहिक ट्रेन को राउरकेला-नागपुर होकर और हटिया-दहर का बालाजी जयपुर साप्ताहिक एक्सप्रेस को वाया राउरकेला-बिलासपुर होकर चलाने का सुझाव दिया गया है।